दिल पर कितना बड़ा पहाड़ टूटता है ना !!
जब
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सुबह-सुबह .....
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पलकें बिछाकर .........
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चाय बनाकर.........
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कोई कर रहा हो किसी का इंतज़ार,
और वो कहे .......
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आज मैं नही आउंगी दीदी !!
जब
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सुबह-सुबह .....
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पलकें बिछाकर .........
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चाय बनाकर.........
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कोई कर रहा हो किसी का इंतज़ार,
और वो कहे .......
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आज मैं नही आउंगी दीदी !!
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