शुक्रवार, 25 दिसंबर 2015

इरादा

ज़िन्दगी बीत गयी मनाने में
अब इरादा है रूठ जाने का

शनिवार, 15 अगस्त 2015

स्मार्टनैस

वैक्यूम क्लीनर बेचने वाले सेल्समैन ने दरवाजा खटखटाया। 

एक महिला ने दरवाजा खोला पर इससे पहले कि मुँह खोलती सेल्समैन तेजी से घर में घुसा और गोबर का थैला घर के कारपेट पर खाली कर दिया।

सेल्समैन-"मैडम, हमारी कम्पनी ने सबसे शानदार वैक्यूम क्लीनर बनाया है। अगर मैं अपने शक्तिशाली वैक्यूम क्लीनर से अगले 3 मिनट में इस गोबर को साफ नहीं कर पाया तो मैं इसे खुद खा जाऊँगा।"

महिला-" क्या तुम इसके साथ चिली सॉस लेना पसन्द करोगे?"

सेल्समैन-"क्यूँ मैडम ??"
महिला-"क्योंकि घर में बिजली नहीं है!!"  
----------------------------
मोरल:किसी भी प्रोजेक्ट पर कार्य आरम्भ करने से पहले और कमिटमेन्ट करने से पहले आवश्यक संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित कर लेनी चाहिए।
ओवर स्मार्टनैस भी घातक है।

मंगलवार, 11 अगस्त 2015

बीवी

एक नया नया शादीशुदा जोड़ा एक बाग में टहल रहा था।

अचानक एक बड़ा सा कुत्ता उनकी तरफ झपटा, दोनों को ही लगा कि ये उन्हें काट लेगा।

बचने का कोई रास्ता न देख पति ने तुरंत अपनी पत्नी को गोद में ऊपर तक उठा लिया ताकि कुत्ता काटे तो उसे काटे न कि उसकी पत्नी को।

कुत्ता बिलकुल नज़दीक आकर रुका, कुछ देर तो भौंका और फिर पीछे की तरफ भाग गया।

पति ने चैन की सांस ली और इस उम्मीद में पत्नी को गोद से उतारा कि पत्नी उसे गले लगाएगी और प्यारा सा छोटा सा किस करेगी।

तभी उसकी तमाम उम्मीदों पर पानी फेरती उसकी बीवी चिल्लाई...........

मैंने आज तक लोगों को कुत्ते को भगाने के लिए पत्थर या डंडा फेंकते तो देखा था पर ऐसा आदमी पहली बार देख रही हूँ जो कुत्ते को भगाने के लिए अपनी बीवी को फ़ेंकने को तैयार था

शनिवार, 8 अगस्त 2015

इश्क

एक बाग मेँ एक फूल पर एक भँवरा और एक तितली बैठा करते थे.. कुछ समय बाद वो एक दुसरे से मोहब्बत करने लगे थे

वक्त के साथ उनकी मोहब्बत इतनी गहरी हो गयी थी कि उनमेँ से एक दुसरा नहीँ दिखता तो वो बैचेन होने लगते

एकदिन तितली ने भँवरे से कहा  कि मैँ तुमसे जितना प्यार करती हुँ तुम उतना प्यार नहीँ करते... 

इस बात को लेकर दोनोँ मेँ शर्त लग गयी कि जो ज्यादा प्यार करता है वो कल सुबह इस फूल पर पहले आकर बैठेगा.... शाम को इस शर्त के साथ दोनो घर चले गये.....
 
जबरदस्त ठंड होने के बावजूद तितली सुबह जल्दी आकर फूल पर बैठ गयी... लेकिन भँवरा अभी तक नहीँ आया था...
 
तितली बहुत खुश थी क्योँकि वो शर्त जीत चुकी थी....कुछ देर बाद धुप से फूल खिला तो तितली ने देखा कि भँवरा फूल के अँदर मरा पङा है... क्योँकि वो शाम को घर गया ही नहीँ था और ठंड से मर गया.....
 
इश्क वो जज्बा है जिसमेँ इश्क करने वाले हदेँ तोङ दिया करते
हैँ....सच्ची मोहब्बत किसी की आजमाया नहीँ करते।

बीबी से झगड़ा

बीवी से झगडे करने के फायदे..

1. नींद में कोई व्यवधान नहीं आता : सुन रहे हो क्या, लाइट बंद करो, पंखा बंद करो, चादर इधर दो, इधर मुह करो, टाइप कुछ भी बाते नहीं होत

2. पैसे की बचत : जब बीवी से झगड़ा हुआ रहता है इस दौरान बीवी पैसे नहीं मांगती,

3. तनाव से मुक्ति : झगड़े के दैरान बातचीत बंद होती है जिससे किचकिच कम होती है और पति तनाव से मुक्त रहता है,

4. आत्मनिर्भरता आती है : जो अपना काम आप कर सकते हैं वो इसलिए नहीं करते कि बीवी कर देती है, झगड़े के बाद वो छोटे मोटे काम (खुद ले कर पानी पीना, नहाने के बाद अपने कपडे खुद निकालना, अपने लिए खुद चाय बनाना) खुद कर के आदमी आत्मनिर्भर हो जाता है,

5. काम में व्यवधान नहीं होता : झगडे के दौरान काम के समय आपको बीवी के फ़ालतू कॉल (जानू क्या कर रहे हो, मन नहीं लग रहा है, आज बहुत गर्मी है, इस प्रकार के) नहीं आते, जिससे आप अपने काम में ध्यान केंद्रित कर सकते है

6. घर जल्दी जाने की चिंता से मुक्ति : ( अधिकांश पतियो को काम के बाद जल्दी घर आने के लिए घर से बारम्बार फ़ोन आते है मगर एक बार झगड़ा हो जाने के बाद आप कुछ दिन तक इस चिंता से दूर रह सकते है,

7. आप का भाव बढ़ता है : ये इंसान का मनोविज्ञान है कि जो चीज नहीं होती उसके मूल्य का अहसास तभी होता है, झगडे के दौरान बीवी को आपके भाव का अहसास होता है

8. प्यार बढ़ता है : आपस में झगडे से प्यार बढ़ता है, क्योकि अक्सर देखा गया है एक बार बारिश हो जाए तो मौसम सुहाना हो जाता है..

और भी फायदे हैं.

मगर समयाभाव के कारण लिखना मुश्किल है.

तो आइये प्रण लें कि आज के बाद हम सभी पति महीने में एक न एक बार अपनी बीवी से झगड़ा जरूर करेंगे (बीवी तो हमेशा तैयार रहती है) ताकि महीने में कुछ दिन पति लोग भी कुछ शांति से गुजार सकें

सोमवार, 3 अगस्त 2015

किचन

रामू जिस घर में काम करता था, उस घर के मालिक की व्हिस्की की बोतल से एक-दो पैग चुराकर पी लेना और फिर उतना ही पानी बोतल में मिला देना, उसकी आदत थी।
 

मालिक को उस पर शक था लेकिन फिर भी उसने कुछ नहीं कहा।
 

लेकिन जब ये रोज की ही बात हो गई तो एक दिन जब मालिक अपनी पत्नी के साथ ड्राइंग रूम में बैठा था, उसने वहीं से अपने नौकर रामू को जोर से आवाज लगाई जो किचन में खाना बना रहा था।

मालिक (चिल्लाकर)---" रामू...."
रामू (किचन से)---"हाँ....मालिक ? "
 

 मालिक---" मेरी बोतल से किसने व्हिस्की निकाल कर पी और फिर पानी मिला दिया है ? "
किचन से कोई जवाब नहीं मिला।
 

मालिक ने फिर अपना प्रश्न दोहराया लेकिन कोई जवाब नहीं मिला।
 

मालिक बेहद गुस्से में किचन में पहुँचा और रामू पर चिल्लाया---" ये क्या हो रहा है ? मैंने जब तेरा नाम लिया तो तूने जवाब दिया लेकिन जब मैंने फिर कुछ पूछा, फिर दोबारा पूछा तो तू जवाब नहीं दे रहा।क्यों ?? "
 

रामू---" वो ऐंसा है मालिक, कि, इस किचन में आपको आपका सिर्फ नाम ही सुनाई देता है, और कुछ नहीं। "
 

मालिक---" ये कैसे संभव है ? ठीक है, मैं तुझे गलत साबित करता हूँ।
तू जा और ड्राइंग रूम में मालकिन के पास जाकर मुझे आवाज लगा और फिर कुछ और भी पूछ। मैं यहाँ किचन में सुनता हूँ। "
 

रामू ड्राइंग रूम में मालकिन के पास गया और वहाँ से मालिक को पुकारा---"मालिक....."
मालिक ( किचन से )---"हाँ..... रामू ? "
 

रामू---" अपने घर की नौकरानी को मोबाइल किसने दिलाया ? "
किचन से कोई जवाब नहीं मिला।
 

रामू ने अगला प्रश्न किया,
रामू---" और फिर नौकरानी के साथ लांग ड्राइव पर कौन गया था ? "
कोई जवाब नहीं।
 

मालिक किचन से ड्राइंग रूम में आया और बोला ---" तू सही बोल रहा है रामू। अगर कोई किचन में हो तो उसे पुकारा गया अपना नाम ही बस सुनाई देता है और कुछ नहीं।

शनिवार, 1 अगस्त 2015

न्यूज़

एक टी.वी. पत्रकार एक किसान का इंटरव्यू ले रहा था...
 

पत्रकार : आप बकरे को क्या खिलाते हैं...??
किसान : काले को या सफ़ेद को...??
पत्रकार : सफ़ेद को..

किसान : घाँस..
पत्रकार : और काले को...??
किसान : उसे भी घाँस..
 

पत्रकार : आप इन बकरों को बांधते कहाँ हो...??
किसान : काले को या सफ़ेद को...??
पत्रकार : सफ़ेद को..
किसान : बाहर के कमरे में..
पत्रकार : और काले को...??
किसान : उसे भी बाहर के कमरे में...
 

पत्रकार : और इन्हें नहलाते कैसे हो...??
किसान : किसे काले को या सफ़ेद को...??
पत्रकार : काले को..
किसान : जी पानी से..
पत्रकार : और सफ़ेद को...??
किसान : जी उसे भी पानी से..
 

पत्रकार का गुस्सा सातवें आसमान पर, बोला : कमीने ! जब दोनों के साथ सब कुछ एक जैसा करता है, तो मुझे बार-बार क्यों पूछता है.. काला या सफ़ेद...????
 

किसान : क्योंकि काला बकरा मेरा है...
पत्रकार : और सफ़ेद बकरा...??
किसान : वो भी मेरा है...
 

पत्रकार बेहोश...
 

होश आने पे किसान बोला अब पता चला कमीने जब तुम एक ही news को सारा दिन घुमा फिरा के दिखाते हो हम भी ऐसे ही दुखी होते है !!!

रविवार, 26 जुलाई 2015

संकोच

संकोच

आस्ट्रेलिया में रहकर पढने वाले सऊदी अरब के स्टूडेंट ने अपने अब्बा जान को मेल किया:-

आस्ट्रेलिया बहुत ही सुन्दर देश है, और उतने ही सुन्दर यहाँ के लोग।
लेकिन मुझे उस समय संकोच लगता है, जब मैं 20 तोले की सोने की चेन गले में डालकर अपनी फरारी से कॉलेज जाता हूँ, जबकि बाकी सभी लोग ट्रेन से कॉलेज जाते हैं।

आपका साबिर
******************************

दूसरे दिन उसे अब्बा का मेल मिला

बेटे, अब तुम्हें भी झिझक या शर्म नही होगी, क्योंकि मैंने तुम्हारे खाते में 20 मिलियन डॉलर डाल दिये हैं, वहाँ तुम भी ट्रेन ले लो।
तुम्हारा
अल हबीबी

बुधवार, 22 जुलाई 2015

अन्न

बासमती चावल बेचने वाले एक सेठ की स्टेशन मास्टर से साँठ-गाँठ हो गयी। सेठ को आधी कीमत पर बासमती चावल मिलने लगा। सेठ को हुआ कि इतना पाप हो रहा है तो कुछ धर्म-कर्म भी करना चाहिए।
 

एक दिन उसने बासमती चावल की खीर बनवायी और किसी साधु बाबा को आमंत्रित कर भोजन प्रसाद लेने के लिए प्रार्थना की।
 

साधु बाबा ने बासमती चावल की खीर खायी। दोपहर का समय था। सेठ ने कहाः "महाराज ! अभी आराम कीजिए। थोड़ी धूप कम हो जाय फिर पधारियेगा।"
 

साधु बाबा ने बात स्वीकार कर ली। सेठ ने 100-100 रूपये वाली 10 लाख जितनी रकम की गड्डियाँ उसी कमरे में चादर से ढँककर रख दी।
 

साधु बाबा आराम करने लगे। खीर थोड़ी हजम हुई। चोरी के चावल थे। 

साधु बाबा के मन में हुआ कि इतनी सारी गड्डियाँ पड़ी हैं, एक-दो उठाकर झोले में रख लूँ तो किसको पता चलेगा ? साधु बाबा ने एक गड्डी उठाकर रख ली। शाम हुई तो सेठ को आशीर्वाद देकर चल पड़े।
 

सेठ दूसरे दिन रूपये गिनने बैठा तो 1 गड्डी (दस हजार रुपये) कम निकली। सेठ ने सोचा कि महात्मा तो भगवत्पुरुष थे, वे क्यों लेंगे ? नौकरों की धुलाई-पिटाई चालू हो गयी। ऐसा करते-करते दोपहर हो गयी।
 

इतने में साधु बाबा आ पहुँचे तथा अपने झोले में से गड्डी निकाल कर सेठ को देते हुए बोलेः
"नौकरों को मत पीटना, गड्डी मैं ले गया था।"
 

सेठ ने कहाः "महाराज ! आप क्यों लेंगे ? जब यहाँ नौकरों से पूछताछ शुरु हुई तब कोई भय के मारे आपको दे गया होगा और आप नौकर को बचाने के उद्देश्य से ही वापस करने आये हैं क्योंकि साधु तो दयालु होते हैं।"
 

साधुः "यह दयालुता नहीं है। मैं सचमुच में तुम्हारी गड्डी चुराकर ले गया था। सेठ ! तुम सच बताओ कि तुम कल खीर किसकी और किसलिए बनायी थी ?"
 

सेठ ने सारी बात बता दी कि स्टेशन मास्टर से चोरी के चावल खरीदता हूँ, उसी चावल की खीर थी।
 

साधु बाबाः "चोरी के चावल की खीर थी इसलिए उसने मेरे मन में भी चोरी का भाव उत्पन्न कर दिया। सुबह जब पेट खाली हुआ, तेरी खीर का सफाया हो गया तब मेरी बुद्धि शुद्ध हुई कि 'हे राम.... यह क्या हो गया ? मेरे कारण बेचारे नौकरों पर न जाने क्या बीत रही होगी। इसलिए तेरे पैसे लौटाने आ गया।"
 

इसीलिए कहते हैं किः
जैसा खाओ अन्न वैसा होवे मन। जैसा पीओ पानी वैसी होवे वाणी।।

धूल

किसी ने धूल क्या झोंकी आँखों में,
पहले से बेहतर दिखने लगा है।

मंगलवार, 21 जुलाई 2015

कमियां

लोगों ने मुझमे इतनी ''कमियां'' निकाल दी.... 
कि अब खूबियों के सिवाय मेरे पास कुछ बचा ही नहीं..

शनिवार, 20 जून 2015

Dominoz

Hello dominoz?
Yes sir!!

6 large pizza,
6 garlic bread,
3 pepsi


kis nam pe bheju sir?

Allah ke nam pe bhej de re baba..

बुधवार, 17 जून 2015

इलाज

एक पत्नी ने एक दिन अपने पति का मोबाइल चेक किया तो उसमे नाम Save थे

आँखों का इलाज
होंठों का इलाज
दिल का इलाज

पत्नी ने गुस्से में अपना नंबर डायल किया
नाम आया "ला - इलाज"!

मंगलवार, 16 जून 2015

कमियाँ

एक पत्नी ने अपने पति से आग्रह किया कि वह उसकी छह कमियाँ बताए जिन्हें सुधारने से वह बेहतर पत्नी बन जाए. 

पति यह सुनकर हैरान रह गया और असमंजस की स्थिति में पड़ गया. उसने सोचा कि मैं बड़ी आसानी से उसे ६ ऐसी बातों की सूची थमा सकता हूँ , जिनमें सुधार की जरूरत थी और ईश्वर जानता है कि वह ऐसी ६० बातों की सूची थमा सकती थी, जिसमें मुझे सुधार की जरूरत थी.
 

परंतु पति ने ऐसा नहीं किया और कहा - 'मुझे इस बारे में सोचने का समय दो , मैं तुम्हें सुबह इसका जबाब दे दूँगा.'
 

पति अगली सुबह जल्दी ऑफिस गया और फूल वाले को फोन करके उसने अपनी पत्नी के लिए छह गुलाबों का तोहफा भिजवाने के लिए कहा जिसके साथ यह चिट्ठी लगी हो, "मुझे तुम्हारी छह कमियाँ नहीं मालूम, जिनमें सुधार की जरूरत है. तुम जैसी भी हो मुझे बहुत अच्छी लगती हो."
 

उस शाम पति जब आफिस से लौटा तो देखा कि उसकी पत्नी दरवाज़े पर खड़ी उसका इंतज़ार कर रही थी, उसकी आंखौं में आँसू भरे हुए थे,यह कहने की जरूरत नहीं कि उनके जीवन की मिठास कुछ और बढ़ गयी थी। 

पति इस बात पर बहुत खुश था कि पत्नी के आग्रह के बावजूद उसने उसकी छह कमियों की सूची नहीं दी थी.

शुक्रवार, 5 जून 2015

आई लभ यू

लड़का (व्हाट्सएप पे) :- काल हम तुमको आई लभ यू कहे थे ,, टूशन से बहरी निकलते बेरा ,, कुछौ बोली नहीं ,,,?
.
लड़की :- अरे गजब हाल है ,,, तुम बोले त हम कोंची करें .. ?
.
लड़का :- आज नहीं कहोगी तो हम अबगे मैगी बना के खा लेंगे
.
लडकी :- अरे नही ,,, तुमको हमार कसम ...अईसन काम मत करना ..
.
लड़का :- हम तो पानियो चढ़ा दिए हैं गैस पे ... मसाला डालना है ..
.
लडकी :- तुम अईसे काहे कर रहे हो ..ओकरा में सीसा है ,,, कुछौ हो जाएगा ..
.
लड़का :- त कहो हाल्दी से ...नहीं तो हम दू ठो पाकिट बना के खा लेंगे ..
.
लडकी :- अच्छा ठीक है हम कह रहे हैं ,,,तुम गैस बंद करो अभीए..
.
लड़का :- पहिरे कहो ...
.
लड़की :- आई लभ यू टू ...

रविवार, 24 मई 2015

गिफ्ट

पत्नी के जन्मदिन पर हद से ज्यादा कंजूस पति ने पूछा-तुम्हे क्या गिफ्ट चाहिए?

पत्नी की इच्छा नयी कार लेने की थी! उसने इशारों में कहा-मुझे ऐसी चीज लेकर दो जिस पर मेरे सवार होते ही वो 2 सेकण्ड में 0 से 80 पर पहुँच जाये।
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
..
.
.
.
.
.
.
शाम को ही पति ने उसे वजन करने की मशीन लेकर गिफ्ट कर दी।

रविवार, 10 मई 2015

आँखों की जांच


माँ

माँ के तकिये में सिले, मेरे ही फोटो निकले
 

मेरा ख़याल था, इसमें तो खज़ाना होगा !

प्रॉब्लम

गर्लफ्रेंड:-"जानू तुम बहुत बदल गए हो, कल रात मेरे मेसेज का रिप्लाई भी नही किया।
 
बॉयफ्रेंड:- "नही जानू, काम में बिजी था।
 
गर्लफ्रेंड:- "दो-तीन दिन से तुम काम का बहाना बना रहे हो मुझसे कुछ छुपा रहे हो?
 
बॉयफ्रेंड:-"नही जानू, थोड़ी टेंशन है।
 
गर्लफ्रेंड:- "नही तुम हमेशा मुझसे अपनी टेंशन छुपाते हो, मुझे बताओ क्या प्रोबलम है हम दोनों मिलकर सलूशन निकालेंगें।
 
 बॉयफ्रेंड:- "तो ले सुन... बायलर पंप का बेयरिंग टेम्परेचर बहुत जल्दी- जल्दी बढ़ रहा है। उसमे अब नार्मल साउंड भी आ रहा है, लुब आयल प्रेशर तो सही है मुझे लगता है डिस्चार्ज वाल्व पूरी तरह से ओपन नही हो रहा है। लेकिन कंट्रोल रुम में फीडबैक तो ओपन का आ रहा है, लगता है C&I का प्रोबलम है।
 
गर्लफ्रेंड:- "ओके जानू, मैं जाती हूँ माँ बुला रही है।

बुधवार, 6 मई 2015

कर्मचारी

कर्मचारी- "सर, शर्ट अच्छी लग रही है आप पर !!"
मैनेजर- "छुट्टी नहीं मिलेगी !!"

कर्मचारी- "सर, सिर्फ शर्ट अच्छी लग रही है !! मुँह वैसा ही है, कुत्ते जैसा !!"

मंगलवार, 5 मई 2015

जूते

जब जूते शीशे की दुकानों में और किताबें फुटपाथ पर बिकने लगे तो समझ लीजिये, जमाने को ज्ञान की नहीं... 

जूतों की जरूरत है...!

जिन्दगी

जिन्दगी में दो चीजें कभी मत कीजिए..
-
झूठे आदमी के साथ प्रेम..... 

और ........सच्चे आदमी के साथ गेम

सच्चाई

एक लड़की ने फेसबुक पर स्टेटस डाला,
.
"हाथ पर मच्छर ने काट लिया’
.
.
इस पर आए लड़कों के कमेंट्स -
~~~~~~~~~~~~~~~ ~~~~~
लड़का 1 : ओह माई गॉड! तुम ठीक तो हो ना, सनशाइन?
लड़का 2 : मैं उस कमीने मच्छर का खून पी जाऊंगा।
लड़का 3 : ऐसे मच्छरों को तो पैदा होने का हक ही नहीं होना चाहिए।
लड़का 4 : तुम मुझे उसका पता बताओ, मैं देखता हूं उसे.
लड़का 5 : प्लीज बेबी, अपना ख्याल रखा करो.
लड़का 6 : मैं अभी आता हूं घर, प्लीज हॉस्पिटल चलो, इंफेक्शन हो सकता है।
लड़का 7 : वो मच्छर पैदा होते ही क्यों नहीं मर गया
.
.
अब लड़के ने यही स्टेटस फेसबुक पर डाला,
~~~~~~~~~~~~~~~ ~~~~~~~~~~~~~
"हाथ पर मच्छर ने काट लिया।’
.
इस पर आए कमेंट्स,
लड़का 1 : क्यों बे, नाली के पास सो रहा था क्या?
लड़का 2 : साले तू भी उसको काट लेता, हिसाब बराबर?
लड़का 3 : रजाई ओढ़कर सोया कर बेवकूफ आदमी
लड़का 4 : फटी मच्छरदानी में सोएगा तो यही होगा।
लडका ५ : कछुआ छाप जलाया कर भीखारी

गुरुवार, 30 अप्रैल 2015

एक्टिवा

आजकल लड़कियां दुपट्टे से मुहं तो ऐसे बांध लेती हैं, जैसे 'एक्टिवा' नहीं,
.
.
.
भूसा काटने वाली मशीन चलानी हो !!

रविवार, 19 अप्रैल 2015

कुत्ते

शरीफ लड़कों से ज़्यादा किस्मत वाले तो गली के कुत्ते हैं !!
.
.
.
कम से कम लड़की पलट- पलट कर देखती तो है कि आ रहा है या नहीं !!

शनिवार, 11 अप्रैल 2015

तेरी जैसी

पति और पत्नी में जोरदार झगड़ा हुआ।
पति गुस्से में : तेरी जैसी 50 मिलेंगी मुझे।


पत्नी हंसते हुए : अभी भी मेरी जैसी ही चाहिए तुम्हें?

शुक्रवार, 10 अप्रैल 2015

ससुराल

यमराज नरक के दौरे पर निकले !! 

उन्होंने देखा कि एक कोने में बहुत सी औरतें आपस में हंसी- मज़ाक कर रही थीं !! उन्होंने यमदूत को बुला कर पूछा कि "ये कौन लोग हैं, जो नरक में भी इतना एन्जॉय कर हैं ??"
 

यमदूत ने कहा- "हिन्दुस्तानी बहुएँ हैं !! कमबख्त जहाँ जाती हैं ऐडजस्ट हो जाती हैं !! कहती हैं बिलकुल ससुराल जैसा माहौल है !!"

पैसे पेड़ पर

पैसे कागज से बनते हैं, 
कागज लकड़ी से बनता है, 
लकड़ी पेड़ से मिलती है !!
.
.
.
इसका मतलब पैसे पेड़ पर लगते हैं !!

परिवार का परिचय

एक आदमी ने अपने
परिवार का परिचय इस तरह कराया 


1. ई है हमार बीवी ..... गूगल रानी ... एक सवाल पूछो तो 10 जवाब देती है ...!!!
2. ई है हमार बेटवा ... फेसबुक कुमार ... घर की बात सारे कॉलोनी तक पहुंचाता है ...!!!
3. ई है हमार बिटिया .... ट्विटर कुमारी ... पूरी कॉलोनी इसको फॉलो करती है ...!!!
4. ई है हमार अम्माजी .. व्हाट्सप्प माता - पूरा दिन बड -बड करती रहती है ..मगर काम की एक्कौ बात नहीं निकालती .!

5. और हम , ऑरकुट कुमार ... हमका कोई पूछता ही नहीं ...!!

गुरुवार, 9 अप्रैल 2015

समस्या

भारत में कामवालियों की समस्या आखिर क्यों है -

सरकार ने 15 वर्ष से कम आयु वाली पर प्रतिबन्ध लगा रखा है..
बीवियों ने 16 से 40 वर्ष वालियों पर प्रतिबन्ध लगा रखा है..
और..

पतियों ने 40 वर्ष से ज्यादा वालियों पर प्रतिबन्ध लगा रखा है...

शुक्रवार, 20 मार्च 2015

बेचारा कुत्ता

लडकियों की दो समस्याएं

1 . कैसे कुत्ते की तरह देख रहा है?
2. देख!... कुत्ता देख भी नहीं रहा है


अब बेचारा कुत्ता करे तो क्या करे।।।।

शनिवार, 14 मार्च 2015

पूरे देश में ख़ुशी की लहर

नई दिल्ली: बीती शाम राजधानी दिल्ली में एक चौंकाने वाली घटना हुई जिसने पूरी ट्रैफिक व्यवस्था को सन्न करके रख दिया जब एक महिला ने सड़क पर गाडी चलाते हुए सीधे हाथ पर इंडिकेटर दिया और सीधे हाथ पर ही मुड़ गयी। खबर फैलते ही पूरी ट्रैफिक व्यवस्था चरमरा गयी क्योकिं हर शख्स रुक-रुक कर इस अभूतपूर्व घटना का गवाह बनना चाहता था। प्रधानमन्त्री जी ने अपने सारे जरुरी काम छोड़ कर तुरंत एक प्रेस कांफ्रेंस बुला कर उस महिला के लिए एक बधाई सन्देश जारी किया।

हमारे संवाददाता ने उस महिला की गाडी के पीछे वाली गाडी में आने वाले एक शख्स नंदू से बातचीत की तो उसने बताया कि वो रोज़ की तरह उस सड़क से गुजर रहा था तो उसने देखा कि सामने एक महिला गाडी चला रही है तो उसने बिना हॉर्न बजाये चुपचाप गाडी के पीछे ही चलना ठीक समझा। तभी उस महिला ने सीधे हाथ का इंडिकेटर दिया नंदू समझ चुका था कि अब वो महिला उलटे हाथ पर मुड़ेगी परन्तु जैसे ही वो महिला सीधे हाथ पर मुड़ी नंदू ये देख कर बेहोश हो गया।

यह घटना होते ही सड़क पर सभी लोग गाडी रोक-रोक कर उस महिला को गुलदस्ते भेंट कर रहे थे और उसके साथ फोटो खिंचवा रहे थे। स्वयं पुलिस कमिश्नर ने आ कर उस महिला को सम्मान पत्र भेंट किया।

हमारे संवाददाता ने जब उस सड़क पर आने-जाने वाले लोगों से बात की तो उन्होंने बताया कि ये घटना ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि गाडी चलाती हुई महिला रमता जोगी बहता पानी है। जहां मन किया रुक गए जहां मन किया मुड़ गए।

जहाँ एक तरफ इस घटना से पूरे देश में ख़ुशी की लहर है वहीँ इसकी कड़ी आलोचना भी हो रही है। बहुत से बुद्धिजीवियों का कहना है कि यदि सारी महिलायें इसी प्रकार से सही इंडिकेटर पर मुड़ना शुरू कर देंगी तो ज्यादा दुर्घटनाये होने की संभावना है क्योंकि सभी लोग अपने आपको अब इसी रूप में ढाल चुके हैं।

मंगलवार, 10 मार्च 2015

वक्त

♡ एक वक्त था जब हम सोचते थे
कि हमारा भी वक्त आयेगा•••


और एक ये वक्त है कि हम सोचते हैं
कि वो भी क्या वक्त था •••♡

शुक्रवार, 6 मार्च 2015

पुराना मोबाइल

एक आदमी ने विज्ञापन देखा- "पुराना मोबाइल दो और नया ले लो !!"
 

वह बताए एड्रेस पर गया।
देखा तो वहां कोई शॉप नहीं थी।
 

वहां खड़े दो लड़कों से उस ऐड के बारे में पूछा।

बंदूक निकालकर उन्होंने कहा- "ऐड हमने दिया था। 
चल पुराना मोबाइल दे और जाकर नया ले ले !!"

रविवार, 22 फ़रवरी 2015

प्यार का भविष्य

जानिऐ अपने प्यार का भविष्य
.
टाईप कीजीऐ
<अपना नाम>  Love <अपने साथी का नाम>
.
और send कीजीऐ,

.अपने पापा के मोबाईल पर

बुधवार, 18 फ़रवरी 2015

आम आदमी पार्टी

संता: मेरी नई पडोसन आम आदमी पार्टी की सप्पोर्टर है।
 

बंताः तुझे कैसे पता ?
 

संताः मैंने उसे देख के हाथ हिलाया तो उसने झाडू दिखाया।

मंगलवार, 17 फ़रवरी 2015

निशाना

एक धार्मिक स्थल के परिसर के पास में देहाती किशोर कन्चे खेल रहे थे और निशाना चूक जाने पर चिल्लाते - हट्ट भैं॑॓॰%, निशाना गया चूक ...

धार्मिक स्थल के ईंचार्ज ने देख लिया और डांटा - इतने गन्दे शब्द , अरे ओ दुस्ट पापीयों, कुछ तो डरो भगवान से ....
 

लडके ढीठ थे -- " जा जा कह दे अपने भगवान को ... हम तो नास्तिक हैं ".... और फिर से वही गालीयां .... हट्ट भैं॑॓॰%, निशाना गया चूक ..
 

ईंचार्ज बहुत हर्ट हो गया ... पूरी शिद्दत से पुकारा- हे भगवान , आज तो चम्त्कार दिखा ही दो ... और इन दुस्ट पापीयों पर बिजली गिरा ही दो ....
 

जबरदस्त बिजली कडकी .... लेकिन आ के उस ईंचार्ज पर ही पडी.. जल गया बेचारा ..
 

और आसमान से आवाज आई - हट्ट भैं॑॓॰%, निशाना गया चूक .

शनिवार, 14 फ़रवरी 2015

सास

यह एक जग प्रसिद्ध सच है कि सभी बहुओं को अपनी सास से परेशानी रहती है।

ऐसे ही एक दिन सभी बहुएं इकट्ठी हुई और उन्होंने फैसला किया कि, वे सब अपनी सास से माफ़ी मांगेगी और कहेंगी, उन्होंने जो भी किया उनसे वो गलती से हुआ।

एक हफ्ते बाद सभी बहुओं ने पिकनिक जाने का कार्यक्रम बनाया, जिसमें पूरे परिवार के साथ अपनी अपनी सास को भी ले गयी।

सारी सास एक ही बस में थी जो सबसे आगे चली थी रास्ते में उनकी बस का एक्सिडेंट हो गया और सभी सास मर गयी, सारी बहुएं जोर-जोर से बिलख-बिलख कर रो रही थी।

पर एक बहु को शायद कुछ ज्यादा ही दुःख हुआ वो जमीन पर हाथ पटक पटक कर रो रही थी। सभी उसे सांत्वना देकर कह रहे थे, कम से कम तुम्हारी सास बिना किसी चिंता के मरी है। तुम्हारा उससे कोई झगड़ा नहीं था पर वो अभी भी जोर-जोर से चिल्ला रही थी।

जब वो बार-बार बोलने पर चुप नहीं हो रही थी तो एक औरत ने उसे पूछा, "तुम इतना क्यों चिल्ला रही हो, क्या तुम्हारी सास ज्यादा खास थी ?"

उस औरत ने अपने आप को थोड़ा संभाला और सिसकते हुए कहा, "नहीं, उनसे बस छूट गयी है।"

Valentine Day

शिव -पार्वती के फोटो में शिव जी त्रिशूल लिए हुए हैं..... 
विष्णु -लक्ष्मी के फोटो में विष्णु जी चक्र के साथ हैं..... 
और सीता- राम को देखिये तो राम जी के हाथ में धनुष है! 

बोले तो सभी देवता अस्त्र शस्त्र से लैस....! 

सिर्फ राधा -कृष्ण के तस्वीर में बांसुरी बजाते कृष्ण मिलेंगे। सोचा है क्यूँ .........? 

अरे यार, सभी देवता अपनी पत्नियों के साथ है इसलिए अपने हथियारों के साथ हैं... और अपने कृष्णजी अपनी गर्ल फ्रेंड के साथ है तो चैन की बंसी बजा रहा ...... !! 

जागो यारों जागो.... बीवी छोड़ो ... गर्ल फ्रेंड के साथ भागो 

Happy Valentine Day

सोमवार, 9 फ़रवरी 2015

चिकन

चूज़ा- माँ! ये इंसान पैदा होते ही अपना नाम रख लेते है। हम लोग ऐसा क्यों नही करते।

मुर्गी- बेटा!! अपनी बिरादरी में नाम मरने के बाद रखा जाता है।
 

चिकन टिक्का, चिकन 65, चिली चिकन, चिकन तंदूरी, चिकन काली मिर्च, चिकन रोस्टेड, चिकन दो-प्याज, कड़ाही चिकन.......

रविवार, 1 फ़रवरी 2015

काग़ज़ की नाव

इतनी सी बात थी जो समन्दर को खल गई ।
काग़ज़ की नाव कैसे भँवर से निकल गई!


-हसीब सोज़

रविवार, 18 जनवरी 2015

सम्मान

कहानी इक ऐसे व्यक्ति की जो फ्रीजर प्लांट में काम करता था।

वह दिन का अंतिम समय था. सभी घर जाने को तैयार थे, तभी प्लांट में एक तकनीकी समस्या उत्पन्न हो गयी और वह उसे दूर करने में जुट गया




जब तक वह कार्य पूरा करता तब तक अत्यधिक देर हो गयी । दरवाजे सील हो चुके थे व् लाईटें बुझा दी गईं।


बिना हवा व् प्रकाश के पूरी रात आइस प्लांट में फसें रहने के कारण उसकी बर्फीली कब्रगाह बनना तय था।
 

घण्टे बीत गए तभी उसने किसी को दरवाजा खोलते पाया ।क्या यह इक चमत्कार था?
 

सिक्यूरिटी गार्ड टोर्च लिए खड़ा था व् उसने उसे बाहर निकलने में मदद की।
 

वापस आते समय उस व्यक्ति ने सेक्युर्टी गार्ड से पूछा "आपको कैसे पता चला कि मै भीतर हूँ ?"
 

गार्ड ने उत्तर दिया-" सर, इस प्लांट में 50 लोग कार्य करते हैँ पर सिर्फ एक आप हैँ जो सुबह मुझे हैलो व शाम को जाते समय बाय कहते हैँ। आज सुबह आप ड्यूटी पर आये थे पर शाम को आप बाहर नही गए। इससे मुझे शंका हुई और मैं देखने चला आया।"

वह व्यक्ति नही जानता था कि उसका किसी को छोटा सा सम्मान देना कभी उसका जीवन बचाएगा।
 

जब भी आप किसी से मिलते हैं तो उसका गर्मजोश मुस्कुराहट के साथ सम्मान करें। हमें नहीं पता पर हो सकता है कि ये आपके जीवन में भी चमत्कार दिखा दे।

बुधवार, 14 जनवरी 2015

उम्र

जब आपको जीना आ जाता है...



.... तब आपके पास जीने के लिए उम्र ही नहीं बचती

मंगलवार, 6 जनवरी 2015

दिल

दुनिया में सिर्फ दिल ही है,जो बिना आराम किये काम करता है,
इसलिए उसे खुश रखो,चाहे वो अपना हो या अपनों का..!!