मंगलवार, 29 जुलाई 2014

डाल को काटने की ज़रुरत

बहुत समय पहले की बात है , एक राजा को उपहार में किसी ने  बाज के दो बच्चे भेंट किये । वे बड़ी ही अच्छी नस्ल के थे , और  राजा ने कभी इससे पहले इतने शानदार बाज नहीं देखे थे।
 
राजा ने उनकी देखभाल के लिए एक अनुभवी आदमी को नियुक्त  कर दिया।

जब कुछ महीने बीत गए तो राजा ने बाजों को देखने का मन बनाया , और उस जगह पहुँच गए जहाँ उन्हें पाला जा रहा था।  राजा ने देखा कि दोनों बाज काफी बड़े हो चुके थे और अब पहले  से भी शानदार लग रहे थे ।

राजा ने बाजों की देखभाल कर रहे आदमी से कहा, ” मैं इनकी उड़ान देखना चाहता हूँ , तुम इन्हे उड़ने का इशारा करो । “

आदमी ने ऐसा ही किया।

इशारा मिलते ही दोनों बाज उड़ान भरने लगे , पर जहाँ एक बाज  आसमान की ऊंचाइयों को छू रहा था , वहीँ दूसरा , कुछ ऊपर  जाकर वापस उसी डाल पर आकर बैठ गया जिससे वो उड़ा था।

ये देख , राजा को कुछ अजीब लगा, “क्या बात है जहाँ एक बाज इतनी अच्छी उड़ान भर रहा है वहीँ ये  दूसरा बाज उड़ना ही नहीं चाह रहा ?”, राजा ने सवाल किया।

” जी हुजूर , इस बाज के साथ शुरू से यही समस्या है , वो इस  डाल को छोड़ता ही नहीं।”

राजा को दोनों ही बाज प्रिय थे , और वो दुसरे बाज को भी उसी  तरह उड़ता देखना चाहते थे।

अगले दिन पूरे राज्य में ऐलान करा दिया गया कि जो व्यक्ति इस बाज को ऊँचा उड़ाने में कामयाब होगा उसे ढेरों इनाम दिया जाएगा।

फिर क्या था , एक से एक विद्वान् आये और बाज को उड़ाने का प्रयास करने लगे , पर हफ़्तों बीत जाने के बाद भी बाज का वही  हाल था, वो थोडा सा उड़ता और वापस डाल पर आकर बैठ जाता।

फिर एक दिन कुछ अनोखा हुआ , राजा ने देखा कि उसके दोनों बाज आसमान में उड़ रहे हैं। उन्हें अपनी आँखों पर यकीन नहीं  हुआ और उन्होंने तुरंत उस व्यक्ति का पता लगाने को कहा जिसने ये कारनामा कर दिखाया था।

वह व्यक्ति एक किसान था।

अगले दिन वह दरबार में हाजिर हुआ। उसे इनाम में स्वर्ण मुद्राएं भेंट करने के बाद राजा ने कहा , ” मैं तुमसे बहुत प्रसन्न हूँ , बस  तुम इतना बताओ कि जो काम बड़े-बड़े विद्वान् नहीं कर पाये वो तुमने कैसे कर दिखाया। “
 
“मालिक ! मैं तो एक साधारण सा किसान हूँ , मैं ज्ञान की ज्यादा  बातें नहीं जानता , मैंने तो बस वो डाल काट दी जिसपर बैठने का  बाज आदि हो चुका था, और जब वो डाल ही नहीं रही तो वो भी  अपने साथी के साथ ऊपर उड़ने लगा। “
 
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हम सभी ऊँचा उड़ने के लिए ही बने हैं। लेकिन कई बार  हम जो कर रहे होते है उसके इतने आदी हो जाते हैं कि अपनी  ऊँची उड़ान भरने की , कुछ बड़ा करने की काबिलियत को भूल जाते हैं। 

यदि आप भी सालों से किसी ऐसे ही काम में लगे हैं जो आपके सही potential के मुताबिक नहीं है तो एक बार ज़रूर  सोचिये कि कहीं आपको भी उस डाल को काटने की ज़रुरत तो  नहीं जिस पर आप बैठे हुए हैं ?

रविवार, 27 जुलाई 2014

तक़दीर

मुझे इतनी फ़ुरसत ही कहाँ, जो मैं अपने हाथों पर लिखा देखूं,
मैं तो बस जलने वालो की तादाद देख अपनी तक़दीर की बुलंदियों को नाप लेता हूँ

रविवार, 20 जुलाई 2014

औलाद

एक बार एक शहर में रहने वाला परिवार मेले मेँ घूमने गया, मेले में 1 घंटे तक घूमे कि अचानक उनका बेटा मेले मे खो गया.

दोनो पति-पत्नी घंटे भर तक अपने बेटे को ढूंढते रहे लेकिन लड़का नहीं मिला, फिर पुलिस को सूचना दी गयी.
करीब दस घंटे बाद लड़का मिल जाता है.

लड़के के मिलते ही उसका पिता अपने गाँव जाने वाली बस का टिकट कटाता है,और वो सब बस
मे बैठ कर गाँव की तरफ रवाना हो जाते हैं.
 

तभी पत्नी ने पूछा : हम गाँव क्यों जा रहे है, अपने घर नही जाना है क्या...?
 

तब उसका पति बोला: "तुम तुम्हारी औलाद के बिना आधा घण्टा नही रह सकती तो मेरी माँ गाँव मे पिछले 10 साल से मेरे बिना कैसे जी रही होगी..??

शुक्रवार, 11 जुलाई 2014

बेटी परायी हो गयी

डरपोक है वो लोग जो शादी नही करते
जिगर चाहिए बरबाद होने के लिए।।


एक लड़के की शादी हो गई..
कल का लड़का आज पति बन गया..


कल तक मौज 🚴 करता, हर एक पर comment कसने वाला लड़का,
अब किसी का रखवाला बन गया..


🛃 कल तक अंडरवियर पर पूरे घर 🏤 में घूमने वाला लड़का,
आज नाईट सूट पहन कर बेडरूम में जाना सीख गया..


रोज मजे से पैसे खर्च करने वाला लड़का
आज साग-सब्जी का भाव करना सीख गया..


कल तक FULL SPEED में बाइक चलाने वाला लड़का,
आज BIKE के पीछे बैठालकर 🚳हौले हौले चलाना सीख गया..


🛂 कल तक तो तीन टाईम फुल खाना खाने वाला लड़का
आज अपने ही घर में खाना बनाने में मदद करना सीख गया...


हमेशा जिद करने वाला लड़का,
आज किसी की जिदों को पूरा करना सीख गया..


♻ कल तक तो मम्मी से काम करवाता लड़का,
आज बीबी के काम करना सीख गया..


कल तक तो भाई-बहन के साथ झगड़ा करता लड़का,
आज साली सालों से प्यार से बोलना सीख गया..


पिता की आँख का पानी,
बीबी के ग्लास का पानी बन गया..


फिर भी लोग कहते हैं कि बेटी 👰परायी हो गयी..
पर वास्तव में बेटा पराया होता है । 

यह बलिदान केवल लड़का ही कर सकता है, जो अपने ही घर में रहकर पराया हो जाता है इसिलिए हमेशा बेचारे लड़के की झोली दया और प्यार से भरी रखना