मुझे इतनी फ़ुरसत ही कहाँ, जो मैं अपने हाथों पर लिखा देखूं,
मैं तो बस जलने वालो की तादाद देख अपनी तक़दीर की बुलंदियों को नाप लेता हूँ
मैं तो बस जलने वालो की तादाद देख अपनी तक़दीर की बुलंदियों को नाप लेता हूँ
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